what is multiverse मल्टिवेर्से क्या है।

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मल्टिवेर्से क्या है।

ल्टिवेर्से के कान्सैप्ट को आज बहुत बारीकी से जाना जा रहा है। आज इस पर कई प्रकार की फिल्मे भी बन रही है। जेसे की अभी कुछ दीन पहले आई फिल्म जिसका नाम था। doctor strange the madness ऑफ multiverse , पर एसा हो किउ रहा।, है ।किउ वेज्ञानिकों को लगता है। की हामरे ब्रह्मांड के इलवा भी बहुत सारा ब्रह्मांड इस जगत मे है। ये कान्सैप्ट शुरू कहा से हुआ । ओर किउ इस पर रिसर्च हो रहे है। तो मे आपको बता दू ये मुल्टीवेर्से का कान्सैप्ट मॉडर्न साइन्स ओर वैदिक साइन्स दोनों मे ही मिलता है। पहले बात कर लेते है।

मॉडर्न साइन्स की । तो हमारा मॉडर्न साइन्स मुल्टीवेर्से पे एक थियरि देता है। की जो भी हमे सपने आते है। वो काही न काही इनहि अलग अलग ब्रह्मांड से इन्फॉर्मेशन शेरिंग की वजह से आते है। उन्हे एसा लगता है।की हमारा वजूद हर एक ब्रह्मांड मे है। ओर हम हर एक ब्रह्मांड मे जी रहे है। जो कार्य हम यह इस ब्रह्मांड मे नहीं कर पाते वो कार्य हम किसी अन्य ब्रह्मांड मे कर रहे होते है। पर ये कौई scientific तर्क नहीं है। ओर इसका कोई सबूत नहीं मिलता है। मॉडर्न साइन्स के अंदर । ओर इसे प्रूफ भी नहीं कर सकते है। मॉडर्न साइन्स से। 

वही अगर हम इंडियन वेदो को study करे तो हमे पता चलता है। की वेदो मे ये बाते बहुत साल पहले लिखी जा चुकी है। वहा मुल्टीवेर्से के कान्सैप्ट को बहुत बारीकी से समझाया गया है। परन्तु इसे आपको एक स्टोरी के मद्यम से समझना होगा । आपको पता ही होगा की इस संसार ओर ब्रह्मांड को ब्रह्मा ने बनाया है। वही क्रिएटर है। उन्हे एक समय खुद पर ये घमंड हो गया की वो सर्वश्रेस्ठ है। किउकी उन्होने सबकुछ बनाया है। ओर कुछ  भी बना सकते है। तो हुआ ये की वो श्री कृष्ण जो की द्वारिका के राजा थे उनसे मिलने को ब्रह्मलोक से भू लोक को रवाना हुये।  वे श्री कृष्ण से मिलना चाहते थे। ओर उनके दर्शन के लिए उनके महल पहुचे । परन्तू दवारीका के द्वारपाल ने उन्हे द्वार पर ही रोक लिए ओर अंदर जाने से माना कर दिया । तब ब्रह्मा ने दवारपाल को आदेश देते हुए कहा की जाओ जाके श्री कृष्ण से कहो उनसे मिलने ब्रह्मा जी आए है। दवारपाल ने जाके श्री कृष्ण से वही बाते की जो ब्रह्म देव ने की थी। श्री कृष्ण सब कुछ समझ गए की । ब्रह्म देव को अहंकार ने जकड लिया है। उन्होने मुशकुराते हुये दवारपाल को कहा की जाओ जाके पहले ये तो पूछ लो की कोन से ब्रह्मा आए है ओर किस ब्रह्मांड(universe) से आए है। दवारपाल को कुछ समझ नहीं आया परन्तू उसने ब्रह्मा को वही दोहराया जो श्री कृष्ण ने द्वारपाल को कहा था।

ब्रह्मा ये जान के बहुत हेरन हुये की उनके इलवा ओर कोन ब्रह्मा है। ओर किस ब्रह्मांड की बात कर रहे है श्री कृष्ण मैंने तो एक ही ब्रह्मांड बनाया है। वो बहुत परेशान हुये ओर द्वारपाल को कहा की श्री कृष्ण से जाके कहो की मे वही ब्रह्मा हू जिसने ये संसार बनाया है।, मेरे चार वेद पुत्र है। मे चतुर्मुखी ब्रह्मा हू। जब ये बात जाके दवारपाल ने श्री कृष्ण से कहा तब कृष्ण ने आदेश दिया की ब्रह्मा को आदर शाहित अंदर ले आवो । जब ब्रह्मा श्री कृष्ण के समुख आए तब उनसे रहा न गया ओर उन्होने श्री कृष्ण से पूछ ही लिए की है प्रभु मेरे इलावा ओर कोन ब्रह्मा है। ओर क्या ओर भी ब्रह्माण्डे है। ब्रह्मा के एसे वचन सुन श्री कृष्ण ने योग माया की शक्ति से अन्य सभी ब्रहमंदों के ब्रह्मा को बुलवा लिया । जब ब्रह्मा ने अपने चारो तरफ देखा तो उन्हे आकाश मे अनेकों ब्रह्मा दिखाई दिये जिनमे किसी के 10 सिर थे। तो किसी के 100 सिर थे। किसी के हजार तो किसी के लाख सिर थी। कोई कोई तो कडोडो सिर थे। ये सब देख ब्रह्मा चकित रह जाते है।, किउकी इनसे पहले किसी ने भी इतने ब्रह्मा को एक साथ नहीं देखा था। श्री कृष्ण ने बताया ये सभी ब्रह्मा अलग अलग ब्रहमंदों मे वाश करते है। ओर इनके सिर के हिसाब से तुम ये अंदाजा लगा सकते हो की इनके ब्रहमनद कितने बड़े है। जिनके जीतने अधिक सिर वो उतने ही बड़े ब्रह्मांड का creater है। किउकी उसे चलाने के लिए उतने ही अधिक एनर्जि चाहिए होगी । ये सब देख ब्रह्मा का घमंड चूर चूर हो गया किउकी उनसे अधिक शक्तिशाली ब्रह्मा हाथ जोड़े श्री कृष्ण के आगे खड़े थे।

अब आब सोच रहे होंगे की इस कहानी मे मुल्टीवेर्से कहा है। तो मे आपको बता दू की ये जो इतने सारे ब्रहमा आए थे ।ये सभी मुल्टीवेर्से से ही आए थे किउकी एक ब्रह्मांड मे एक ही ब्रह्मा होता है;। इसलिए वो सभी ब्रह्मा आपने अपने यूनिवर्स से  आए थे।ओर येही से मुल्टीवेर्से का concept शुरू होता है। इसके इलावा मॉडर्न साइन्स मे आइन्स्टीन एक थियरि मे बताते है। की हमारा universe एक लूप होल की मदद से दूसरे यूनिवर्स से जुड़ता है। ओर यानहा टाइम 0 हो जाता है। जिसकी वजह से आपको एक यूनिवर्स से दूसरे यूनिवर्स से connect होने मे ज्यादा समय नहीं लगता है।  ओर आप billions किलोमीटर की दूरी को सेकोण्ड्स मे भी cover कर सकते है। ओर मे आपको बता दू कई वेज्ञानिक इस पर काम भी कर रहे है, किस प्रकार ये लूप्स को खोला या बंद किया जा सकता है। किउकी बिना इन लूप्स की के ब्रह्मा इतनी दूरी को ट्रैवल नहीं कर सकते थे । ओर अगर वो इतनी दूरी को ट्रैवल कर रहे है तो वो इनहि लूप्स का इस्तेमाल कर के आए होंगे। आज हमे बस इनहि लूप्स को ढूंदना है।

इसके आगे के पार्ट के लिए wait करे । अगला पार्ट मुल्टीवर्स ले लूप्स के उपर होगा ।

What is Multiverse?

The concept of multiverse is being known very closely today. Today many types of films are also being made on this. Like the film which came out a few days back. doctor strange the madness of multiverse, but it is like this, it is what scientists think. That apart from our universe, there are many other universes in this world. Where did this concept start? And why research is being done on this. So let me tell you this concept of multiverse is found in both modern science and Vedic science. Let's talk first.

of Modern Science. So our modern science gives a theory on multiverse. Whatever we dream of. Some or the other they come from different universes because of information sharing. They feel that our existence is in every universe. And we are living in each and every universe. The work which we are not able to do in this universe, we are doing in some other universe. But this is not a scientific argument. And there is no proof of this. Inside Modern Science. And can't even proof it. From Modern Science.

Same if we study Indian Vedas then we come to know. That these things have been written many years ago in the Vedas. There the concept of multiverse has been explained in great detail. But you have to understand it through the medium of a story. You must know that Brahma has created this world and universe. He is the creator. At one time he became proud of himself that he is the best. Because He has created everything. And can make anything. So it happened that he left for Bhu Lok from Brahmalok to meet Shri Krishna who was the king of Dwarka. He wanted to meet Shri Krishna. And reached his palace to see him. But the gatekeeper of Dawarika stopped him at the door itself and refused to go inside. Then Brahma ordered the gatekeeper to go and tell Shri Krishna that Brahma ji has come to meet him. Dwarpal went and spoke to Shri Krishna the same thing that Brahma Dev had done. Shri Krishna understood everything. The ego has taken hold of Brahma Dev. He smilingly told the gatekeeper to go and first ask from where Brahma has come and from which universe he has come. The doorkeeper did not understand anything but he repeated to Brahma what Shri Krishna had said to the doorkeeper.

Brahma was very surprised to know that who else is Brahma other than him. And which universe is Shri Krishna talking about, I have created only one universe. He was very upset and told the gatekeeper to go and tell Shri Krishna that I am the same Brahma who created this world. I have four Veda sons. I am Chaturmukhi Brahma. When the gatekeeper told this to Shri Krishna, then Krishna ordered that Brahma should be brought inside with respect. When Brahma came in front of Shri Krishna, he could not help it and he asked Shri Krishna that apart from me Lord, who else is Brahma. And what else are there other universes. Hearing such words of Brahma, Shri Krishna summoned the Brahmas of all the other universes with the power of Yoga Maya. When Brahma looked around him, he saw many Brahmas in the sky, some of whom had 10 heads. So someone had 100 heads. Some had thousands and some had lakhs of heads. Some had quadro heads. Brahma was amazed to see all this, because before him no one had seen so many Brahma together. Shri Krishna told that all these Brahmas live in different universes. And according to their head, you can guess how big their universe is. Whose more heads he wins, equally bigger is the creator of the universe. Because that much more energy would be needed to run it. Seeing all this, Brahma's pride was shattered because Brahma, more powerful than him, was standing in front of Shri Krishna with folded hands.

Now you must be thinking that where is the multiverse in this story? So let me tell you that so many Brahmas had come. All of them had come from the multiverse because there is only one Brahma in one universe. That's why all those Brahmas came from your own universe. And this is where the concept of multiverse begins. Apart from this, Einstein explains in a theory in modern science. That our universe connects to other universe with the help of a loop hole. And here the time becomes 0. Because of which it does not take much time for you to connect from one universe to another. And you can also cover the distance of billions of kilometers in seconds. And let me tell you that many scientists are also working on this, how these loops can be opened or closed. Because without these loops, Brahma could not have traveled such a distance. And if they are traveling such a distance, then they must have come using these loops. Today we just have to find these loops.

Wait for the next part of this. The next part will be on Multiverse LE Loops.

 

 

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